यह एक AI अनुवादित पोस्ट है।
जापान में उभरा जेपेटो वर्चुअल आइडल 'शापुरे', दक्षिण कोरिया में डेब्यू की तैयारी
- लेखन भाषा: कोरियाई
- •
- आधार देश: सभी देश
- •
- मनोरंजन
भाषा चुनें
durumis AI द्वारा संक्षेपित पाठ
- फुजी टीवी और जेपेटो ने मिलकर वर्चुअल आइडल ग्रुप 'शापुरे' बनाया है, जिसने अपना डेब्यू गीत 'वर्ल्ड लाइन' जारी करके अपनी गतिविधियों की शुरुआत कर दी है।
- शापुरे में जापान के ऑडिशन में 220 आवेदकों में से अंतिम 4 को चुना गया है, और उन्हें बैंड बीटीएस और ट्वाइस जैसे प्रसिद्ध कलाकारों के गीत बनाने वाले संगीतकार ने प्रशिक्षित किया है।
- शापुरे की सफलता वैश्विक वर्चुअल आइडल बाजार के रुझान को दर्शाती है, और यह जेड पीढ़ी और अल्फा पीढ़ी के लिए एक नया माध्यम बन रहा है।
- फुजी टीवी और ज़ेपेटो के सहयोग से बना 'शापुरे'
- जापान में ऑडिशन में अंतिम 4 में चुने गए
- घरेलू डेब्यू और वैश्विक गतिविधियों की योजना
शापुरे (Sharpure)
पिछले साल नवंबर से, जापान के फुजी टीवी और नेवर ज़ेट के मेटा वर्स प्लेटफॉर्म ज़ेपेटो ने मिलकर एक वर्चुअल आइडल ग्रुप 'शापुरे (Sharpure)' बनाया था, जो पिछले महीने आधिकारिक तौर पर डेब्यू कर चुका है। 26 तारीख को नेवर ज़ेट के मुताबिक, शापुरे ने वर्चुअल स्पेस और असली दुनिया को जोड़ते हुए, अपने डेब्यू गीत 'वर्ल्ड लाइन (World Line)' को जारी किया है, और अब अपने सफर की शुरुआत कर चुका है।
शापुरे को जापान में खूब ध्यान मिल रहा है। यहां आयोजित ऑडिशन के जरिए, 4 लोगों का ग्रुप चुना गया है। ऑडिशन में 220 लोगों ने हिस्सा लिया था, जिससे काफी हलचल मच गई थी। इन लोगों को जापान के एक जाने-माने संगीतकार ओकाजीमा कानाता ने ट्रेनिंग दी थी, जिन्होंने बीटीएस और ट्वाइस जैसे मशहूर कलाकारों के लिए गीत लिखे हैं। आखिरकार, इन सभी को एक कठिन चयन प्रक्रिया और गायन कौशल परीक्षण के बाद चुना गया।
नेवर ज़ेट ने अवतार, दुनिया, बूथ, और सामान बनाने का काम संभाला था, जबकि फुजी टीवी ने शापुरे के डेब्यू के लिए प्रसारण कार्यक्रम, संगीत, और आवाज योजना का जिम्मा लिया था। इस ऑडिशन प्रोजेक्ट को जापान के सबसे बड़े निजी प्रसारण चैनल फुजी टीवी के प्रोडक्शन कौशल का इस्तेमाल करके बनाया गया था, जिसकी वजह से यह काफी ध्यान खींच रहा है।
शापुरे की सफलता वैश्विक वर्चुअल आइडल बाजार के चलन को दर्शाती है। दुनिया भर में, फैंस के साथ जुड़ाव और उनकी राय जानना बहुत ज़रूरी हो गया है। यही वजह है कि वर्चुअल आइडल यूट्यूब और मेटा वर्स प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। ज़ेपेटो पहले ही एनमिक्स, ब्लैकपिंक, और ऐस्पास जैसे कई मशहूर के-पॉप ग्रुप के साथ काम कर चुका है।
वर्चुअल आइडल ज़ेड जेनरेशन और अल्फा जेनरेशन के लिए एक नया माध्यम बन चुके हैं, जिससे वे वाकिफ हैं। डेलॉइट की '2023 डिजिटल मीडिया ट्रेंड रिपोर्ट' के मुताबिक, डिजिटल पीढ़ी नए अनुभव बनाते हैं और सक्रिय रूप से मीडिया का इस्तेमाल करते हैं। बेन एंड कंपनी ने बताया है कि किशोरों का वर्चुअल 3डी स्पेस में हर दिन औसतन 1 घंटा 50 मिनट बिताते हैं।
वैश्विक वर्चुअल इंफ्लुएंसर बाजार के साल 2030 तक 378 अरब डॉलर (करीब 52 लाख करोड़ रुपए) तक पहुंचने का अनुमान है। इसकी सालाना विकास दर (CAGR) 38.1% है, जिससे यह बाजार तेज़ी से बढ़ रहा है। ब्लूमबर्ग का कहना है कि वर्चुअल आइडल और इंफ्लुएंसर बाजार का आकार साल 2020 में 2 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर साल 2025 में करीब 14 लाख करोड़ रुपए हो जाएगा।